Digestion

त्रिफला के आयुर्वेदिक लाभ: पाचन, त्वचा और प्रतिरक्षा में अद्भुत असर

त्रिफला एक शक्तिशाली आयुर्वेदिक रसायन है जो तीन फलों से बना है। जानिए इसके पाचन, त्वचा, डिटॉक्स और रोग प्रतिरोधक क्षमता पर प्रभाव।

Published on 24 जून 2025
त्रिफला के आयुर्वेदिक लाभ: पाचन, त्वचा और प्रतिरक्षा में अद्भुत असर

त्रिफला क्या है?

त्रिफला आयुर्वेद की एक प्रमुख औषधि है जो तीन फलों — आंवला, हरड़, और बहड़ा — के समन्वय से बनती है। इसका अर्थ है “तीन फल”, और यह शरीर के समग्र संतुलन को बनाए रखने के लिए उपयोग की जाती है।


त्रिफला के प्रमुख लाभ

1. पाचन क्रिया में सुधार

त्रिफला कब्ज, गैस, अपच और एसिडिटी जैसी समस्याओं को दूर करता है। यह आंतों की सफाई करता है और मल त्याग को आसान बनाता है।

2. डिटॉक्सिफिकेशन में सहायक

त्रिफला शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। यह लिवर और किडनी को शुद्ध करता है।

3. इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है

इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन सी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं।

4. त्वचा और बालों के लिए लाभकारी

त्रिफला त्वचा को साफ, चमकदार और मुहांसों से मुक्त बनाता है। साथ ही बालों की वृद्धि में भी सहायक है।

5. आंखों की रोशनी बढ़ाता है

आंवला की वजह से त्रिफला आंखों की रोशनी के लिए भी फायदेमंद है। यह आंखों की थकान और जलन को भी कम करता है।


त्रिफला सेवन की विधि

  • रात को सोने से पहले: 1 चम्मच त्रिफला चूर्ण गुनगुने पानी के साथ लें।
  • त्रिफला टैबलेट/कैप्सूल: डॉक्टर की सलाह से लें।
  • त्रिफला काढ़ा: पानी में उबालकर सुबह खाली पेट पिया जा सकता है।

सावधानियाँ

  • अत्यधिक सेवन से दस्त या पेट की समस्याएं हो सकती हैं।
  • बच्चों और गर्भवती महिलाओं को डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
  • शुद्ध और विश्वसनीय स्रोत से ही त्रिफला खरीदें।

निष्कर्ष

त्रिफला न केवल पाचन सुधारता है, बल्कि शरीर की संपूर्ण सफाई, इम्यूनिटी बढ़ाने और त्वचा/बालों को स्वस्थ रखने में मदद करता है। यह एक सस्ती, प्रभावी और पूरी तरह प्राकृतिक औषधि है जिसे दैनिक जीवन में अपनाया जा सकता है।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल शैक्षणिक उद्देश्य से है। किसी भी औषधीय उपयोग से पहले आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श लें।